लेट्स इंस्पायर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रोहतास पहुंचे विकास वैभव
रिपोर्ट: संजय तिवारी
रोहतास (सासाराम) प्रखंड क्षेत्र मे कदम रखते ही विकास वैभव का लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। वहीं नगर पंचायत रोहतास में कदम रखते ही लोगों ने ढोल नगाड़े फूल मालाओं से स्वागत कर मदरसा नियाजिया निजामी से चौरंगी होते हुए पैदल रेलवे मैदान में पहुंचे। विकास वैभव को स्थानीय लोगों ने शाॅल मोमेंटो गुलदस्ता, शाॅल, मोमेंटो एवं रोहतासगढ़ किले के चित्र देखकर सम्मानित किया। बताते चलें कि पूर्व मे रोहतास जिला के एसपी रह चुके हैं।
विकास बैभव ने कहा कि मैं रोहतास की धरती को अभिनंदन करता हूं। रोहतासगढ़ के सफर मेरे लिए यह अद्भुत क्षण है मैं उस दौर में रोहतास को भी देखा हूं जब लोग इसे नक्सली प्रभावित इलाका के नाम से जानते थे और आज के रोहतास में काफी बदलाव है। जब मैं पूर्व 2008 मे एसपी पद पर पदभार था तब मैं इस क्षेत्र के लोगों से बात करने का प्रयास करता था तो लोग हमसे दूर भागते। तब यहां के कुछ जनप्रतिनिधियों से मैं रोहतासगढ़ किले के प्राचीन और उसके गौरव को पुन: स्थापित करने की बात रखी। वहीं उन्होंने कहा कि रोहतासगढ़ इस प्राचीन गौरव के बीच लगभग 200 झरने विद्यमान है। यहां की खूबसूरती पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। वही 2010 में मैं स्थानीय रोहतासगढ़ के निवासियों को पर्यटक गाइड के रूप में ट्रेनिंग दिया मुझे लगा कि थोड़ी सी मेहनत से इस क्षेत्र का विकास किया जा सकता है और आज वह परिवर्तन देखने को मिला। आज रोहतासगढ़ को दूर-दूर तक लोगों ने जाना। बिहार प्राचीन समय से ही नालंदा विक्रमशिला जैसे स्थान का जगह है। यहां अभेद किला है जिसे कोई भेद नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे दुख उसे वक्त होती है जब लो बिहार के लोगों को अन्य राज्य के लोग बिहार के लोगों को नीचे नजर से देखते हैं तो मुझे बहुत ही अफसोस होता हैं हमारे प्राचीन संस्कृति ही हमें विकासशील बनाती है। हम लोग उद्यमी लोग रहे हैं अगर उद्यमी नहीं होते तो 1500 फीट की ऊंचाई पर इस दुर्ग का निर्माण करने की क्षमता हम लोगों के पास नहीं होती। जब तक हम लोग जाति धर्म लिंग से हटकर कार्य नहीं करेंगे तब तक विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि रोहतासगढ़ के गुफाओं में ऐसे शैल चित्र बने हुए हैं जो पूरे भारत में कहीं गिने चुने हैं। लाखों पर्यटक यहां से जुड़ेंगे तब रोहतास और भी विकसित हो जाएगा। आज के दौर में बिहार से नासा हो या वैज्ञानिक डॉक्टर हो या इंजीनियर हर क्षेत्र में बिहार के लोग आते हैं। सभी लोग मिलकर बढ़ेंगे इसी संदेश को लेकर हम पूरे बिहार में घूमता हूं। मैं बिहार को एक विकसित बिहार देखना चाहता हूं मेरा यही लक्ष्य है इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए मेरा पहला कार्यक्रम बेगूसराय में दूसरा आरा में और तीसरा कार्यक्रम 1 दिसंबर को इस रोहतास के सासाराम फजलगंज स्टेडियम में लेट्स इंस्पायर नमस्ते बिहार का कार्यक्रम रोहतास किया जा रहा है उसमें सभी लोगों का सहयोग हमें चाहिए यह कार्यक्रम आपका है और हम सब का भाव एक है। इस अभियान में आप सब की भागीदारी हो हम मिलकर बदलेंगे बिहार। सभी से अपील करता हूं कि एक दिसंबर को कार्यक्रम में जरूर उपस्थित हो। मौके पर कृष्ण सिंह यादव, कामता यादव, शौकत अली, राजबली, तोराब नेयाजी, विनोद सिंह, श्रीकांत कुमार, अजय देव, एसपी सिंह, रामाशीष सिंह, रवि पासवान, बबन सिंह, सज्जाद खान, सुधीर सिंह सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित दिखे।