रिपोर्ट : सोनी कुमारी
रामगढ़ | प्रखंड के सहूका पंचायत के डहरक गांव में रात्रि रक्तपट्ट संग्रह फाइलेरिया (हाथी पाव) के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग तरफ से जांच शिविर लगाकर 100 लोगों के खून का नमूना लिया गया ।आपको बता दें कि इस बीमारी का संक्रमण बचपन में होती है किंतु इसका लक्षण 7 -8 वर्ष के उपरांत दिखलाई पड़ते हैं फाइलेरिया बीमारी का संक्रमण मच्छरों के काटने से फैलता है ये मच्छर क्यूलेक्स एवं माइनसोनएडिस प्रजाति के होते है। तथा बीमारी के भी कुछ मुख्य लक्षण हैं जैसे बदन में दर्द, लालपन एवं बुखार इत्यादि हो सकते हैं।
इसलिए रात समय रक्त की बंद लेकर उसका जांच ही एक मात्र निश्चित उपाय है । वही मौके पर पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर अमलेश कुमार,जिला भभुआ से निरीक्षण करने पहुंचे और स्वास्थ्य विभाग के अथक प्रयास को देखकर उन्हें सराहा और लोगों को फाइलेरिया के ऊपर जागरूक भी किया और अधिक से अधिक लोगों को जांच करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। वही कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सर्वेश कुमार सिंह डीसीएम मनीष सिंह टेक्नीशियन संजय और नीरज सॉन्ग पिरामल से अमलेश कुमार आदि सभी लोग मौजूद रहे।